आज के इस  डिजिटल युग में इंटरनेट इतनी आगे बढ़ चुकी है कि लोग ऑनलाइन काम अधिक करते हैं एवं इंटरनेट नेटवर्क से एक-दूसरे से जुड़ते जा रहे हैं किन्तु इंटरनेट के द्वारा ऑनलाइन काम करने पर उपयोगकर्ता अपनी निजी जानकारियों की प्राइवेसी को लेकर हमेशा चिंतित रहते हैं कि हैकर्स से कैसे बचा जाये | तो यहीं पर बात आती है VPN की जिसका पूरा नाम वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क है यह एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो आपकी निजी जानकारियों को सुरक्षित रखता है और आपको हैकर्स से बचाता है और आज हम इस पोस्ट के माध्यम से यह जानेंगे की VPN क्या है इसका उपयोग कैसे करेंगे साड़ी कुछ इस आर्टिकल में।  

VPN क्या है What Is VPN?

VPN का पूर्ण नाम Virtual Private Network होता है। यह एक ऐसी तकनीक है, जो दूसरों के द्वारा आपकी इंटरनेट गतिविधियों को देखने से बचाती है। इसके द्वारा आप अपनी इंटरनेट कनेक्शन को एक दूसरी विशिष्ट नेटवर्क में ट्रांसफर कर सकते हैं, जिससे आपकी इंटरनेट गतिविधियों को सुरक्षित रूप से रखा जा सकता है। यह बहुत सारे उपयोगकर्ताओं द्वारा इस्तेमाल किया जाता है, जैसे कि व्यक्तिगत नेटवर्क को सुरक्षित करने के लिए, सीमित रूप से अनुमतियों वाले साइटों तक पहुंच के लिए, या फिर गोपनीयता को संरक्षित रखने के लिए।

Image: Surfshark VPN Via Google Images


VPN की जरुरत क्यों पड़ी Why The Need For VPN?

VPN की जरूरत अनलाइन सुरक्षा के लिए पड़ी है। इंटरनेट पर हमारी गतिविधियों को ट्रैक करने वाले कई संगठन और व्यक्ति होते हैं जो हमारी गोपनीयता को खतरे में डाल सकते हैं। यहाँ कुछ ऐसे कारण हैं जो VPN की जरूरत पैदा करते हैं:
  1. अधिक सुरक्षित इंटरनेट ब्राउजिंग: VPN का उपयोग करके आप इंटरनेट के द्वारा जो कुछ भी ब्राउज करते हैं उसकी सुरक्षा बढ़ जाती है। यह आपको अधिक सुरक्षित बनाकर हमेशा आपके गोपनीयता का खयाल रखता है।
  2. सार्वजनिक वाईफ़ाई हॉटस्पॉट के सुरक्षित कनेक्शन: सार्वजनिक वाईफ़ाई हॉटस्पॉट का उपयोग करने से आपकी गोपनीयता पर खतरा होता है। VPN का उपयोग करने से आप अपनी गोपनीयता को सुरक्षित रख सकते हैं।
  3. वेब साइटों तक गुमनाम पहुंच: वेबसाइट्स आपकी वेब एड्रेस के द्वारा आपको ट्रैक कर सकते हैं, लेकिन VPN का उपयोग करने से आप गुमनाम रह सकते हैं।

VPN कैसे काम करता है How VPN Works?

VPN (Virtual Private Network) एक ऐसा टेक्नोलॉजी है जो इंटरनेट संचार को सुरक्षित करने के लिए उपयोग की जाती है। यह एक गोपनीय नेटवर्क होता है जो दो सिस्टम या नेटवर्क को आपस में जोड़ता है। VPN के द्वारा संचार करने के लिए सुरक्षित टनल बनाया जाता है, जिसमें डेटा सुरक्षित ढंग से ट्रांसमिट होता है।

इसके लिए जब आप एक VPN कनेक्शन बनाते हैं, तो आपके सिस्टम के द्वारा एक डेटा टनल बनाया जाता है, जो वेब ट्रैफिक को एक सुरक्षित रूप से ट्रांसमिट करता है। यह सुरक्षित टनल आपके सिस्टम और VPN सर्वर के बीच बनाया जाता है। इस टनल को सेक्योर टनल भी कहा जाता है।

जब आप इंटरनेट पर किसी वेबसाइट का उपयोग करते हैं, तो वह वेबसाइट आपके सिस्टम के आईपी एड्रेस को ट्रैक करता है। लेकिन जब आप VPN का उपयोग करते हैं, तो आपका सिस्टम एक अलग आईपी एड्रेस जोड़ता है, जो VPN सर्वर द्वारा प्रदान किया जाता है।

VPN के प्रकार Types Of VPN

वीपीएन (VPN) एक सुरक्षित तरीके से इंटरनेट पर आपकी गतिविधियों को छिपाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक टेक्नोलॉजी है। यह एक ऐसा तरीका है जिससे आप अपने डेटा को एक सुरक्षित नेटवर्क के जरिए ट्रांसफर कर सकते हैं। वीपीएन कई प्रकार के होते हैं जैसे -

  • Remote Access VPN: यह VPN आमतौर पर कंपनी के कर्मचारियों या दूरस्थ उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित तरीके से कंपनी के सर्वर तक पहुंचने की अनुमति देते हैं।
  • Site-to-Site VPN: यह VPN एक से अधिक स्थानों के बीच सुरक्षित कनेक्शन बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसका उपयोग दो या दो से अधिक कम्प्यूटर नेटवर्कों के बीच सुरक्षित तरीके से डेटा ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है।
  • MPLS VPN: यह VPN भी सार्वजनिक और निजी नेटवर्कों को एक साथ रखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें डेटा को सुरक्षित तरीके से एक से अधिक सार्वजनिक नेटवर्कों के बीच ट्रांसफर किया जाता है।

VPN की विशेषताएं Features Of VPN

वीपीएन (VPN) एक सुरक्षित तरीके से इंटरनेट पर आपकी गतिविधियों को छिपाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक टेक्नोलॉजी है। इसकी कुछ मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

  • सुरक्षा: वीपीएन एक सुरक्षित तरीके से इंटरनेट पर आपकी गतिविधियों को छिपाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए, यह आपके इंटरनेट गतिविधियों को एक सुरक्षित नेटवर्क के जरिए ट्रांसफर करता है।
  • गोपनीयता: वीपीएन आपकी गोपनीयता को सुरक्षित रखता है। इससे, आपके इंटरनेट गतिविधियों और आपकी ऑनलाइन व्यवहार की जानकारी को कोई नहीं देख सकता।
  • संचार: वीपीएन आपको दूरस्थ स्थानों के साथ सुरक्षित रूप से संचार करने की अनुमति देता है। इससे, आप अपने कर्मचारियों और सहयोगियों के साथ संचार कर सकते हैं, चाहे वे कहीं भी हों।
  • स्थान अनुकूलन: VPN के द्वारा आप अपने स्थान को बदल सकते हैं और किसी भी देश के सर्वर से इंटरनेट कनेक्शन का उपयोग कर सकते हैं।

VPN के नुकसान Disadvantages Of VPN

वीपीएन (VPN) के कुछ नुकसान निम्नलिखित हैं:

  • गतिविधि की धीमी स्पीड: VPN का उपयोग करने से आपकी इंटरनेट कनेक्शन की गति कम हो सकती है। इसलिए, वीपीएन का उपयोग करते समय, इंटरनेट कनेक्शन की गति कम हो सकती है, जो वीडियो स्ट्रीमिंग और अन्य विशिष्ट गतिविधियों के लिए कुछ समय तक उपयोगी नहीं होता है।
  • खर्च: कुछ वीपीएन सेवाओं का उपयोग करने के लिए आपको एक वीपीएन सदस्यता खरीदनी होगी जो कुछ पैसे की लागत हो सकती है। इसलिए, वीपीएन का उपयोग करने से पहले, आपको उस सेवा के खर्च के बारे में जानकारी होनी चाहिए।
  • सुरक्षा संबंधी चुनौतियों: कुछ वीपीएन सेवाएं सुरक्षा संबंधी चुनौतियों का सामना कर सकती हैं, जैसे कि अस्पष्ट नीतियों और अनुमतियों के कारण आपकी गतिविधियों की निजता खतरे में हो सकती है।
  • अधिक लॉग फ़ाइलें: कुछ वीपीएन सेवाएं अधिक लॉग फ़ाइलों का उपयोग करती हैं, जो आपकी गतिविधि एकत्र कर सकती हैं और संभावित रूप से आपकी गोपनीयता से समझौता कर सकती हैं।

VPN पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न  FAQs On VPN

Q1. VPN का उपयोग किसे करना चाहिए?
Ans- VPN का उपयोग किसी भी व्यक्ति या संगठन के द्वारा किया जा सकता है जो इंटरनेट पर सुरक्षित तरीके से संचार करना चाहते हैं। कुछ वर्ग जो VPN का उपयोग कर सकते हैं: व्यापारिक उपयोगकर्ता, विदेशी यात्री, नेटवर्क व्यवस्थापक, व्यक्तिगत उपयोगकर्ता आदि।  
Q2 . क्या कोई मुफ्त वीपीएन उपलब्ध हैं?
Ans- हाँ, कुछ मुफ्त वीपीएन सेवाएं उपलब्ध हैं, लेकिन इनकी सुरक्षा और गोपनीयता नीतियों के मामले में ये आपके लिए सुरक्षित नहीं हो सकते हैं।
Q3 . क्या वीपीएन का उपयोग करना कानूनी (Legal) है?
Ans- हाँ, अधिकांश देशों में वीपीएन का उपयोग करना लीगल है किन्तु कुछ देशों में जैसे चीन और रूस में वीपीएन के उपयोग के लिए प्रतिबंध लगाया गया है। 
Q4 . सबसे लोकप्रिय वीपीएन सॉफ्टवेयर कौन - कौन से हैं?
Ans- ऐसे तो बहुत सारे वीपीएन सेवाएं उपलब्ध है किन्तु सबसे अधिक लोकप्रिय Express VPN, Nord VPN, Surf Shark, Cyber Ghost VPN इत्यादि हैं जिसका उपयोग आप कर सकते हैं।