इस पोस्ट में कवर किये गए टॉपिक निम्न हैं।
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- वायरलेस चार्जिंग क्या है और यह कैसे काम करता है What Is Wireless Charging And How Does It Work
- हमारा फोन इस वायरलेस चार्जर से कैसे चार्ज हो जाता है इसके अलावा इस चार्जर के क्या फायदे हैं और क्या नुकसान हैं।
- वायरलेस चार्जिंग का भविष्य क्या है ? और इसका असर क्या होगा।
- वायरलेस चार्जिंग सपोर्टेड मोबाइल
- इम्पोर्टेन्ट फैक्ट्स अबाउट Qi चार्जिंग
वायरलेस चार्जर क्या है What Is Wireless Charger?
वायरलेस चार्जर एक ऐसी तकनीक है जो बिना तार के किसी भी मोबाइल को चार्ज करती है
दरअसल इस चार्जर में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन का इस्तेमाल किया जाता है जिसके
कारण किसी भी वायरलेस चार्जर के पैड के ऊपर फोन रखने पर मोबाइल चार्ज होने
लगता है इसका उपयोग मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर एवं अन्य उपकरण जैसे
इलेक्ट्रॉनिक कार में भी किया जाता है।
वायरलेस चार्जर कैसे काम करता है How Wireless Charger Works?
वायरलेस चार्जर में मोबाइल को चार्ज के लिए एक अलग प्रकार की डिवाइस का उपयोग
किया जाता है जिसे इलेक्ट्रोमेग्नेटिक इंडक्शन कहते हैं। इलेक्ट्रो मैग्नेटिक
इंडक्शन के बारे में आपने फिजिक्स में भी पढ़ा होगा उसी सिद्धांत पर यह भी कार्यरत
है। तो चलिए दोस्तों अब इसे स्टेप वाइस समझते हैं।
जब वायरलेस चार्जर को इलेक्ट्रॉनिक सर्किट से जोड़ा जाता है तब उसमें मौजूद क्वाइल
से एक इलेक्ट्रोमेग्नेटिक फील्ड ऊर्जा निकलती है जो चार्जर के चारों तरफ विस्तरित
होती है और जब किसी वायरलेस सपोर्टिंग मोबाइल डिवाइस को वायरलेस चार्जिंग पैड के
ऊपर रखा जाता है तब वह इलेक्ट्रोमेग्नेटिक फील्ड ऊर्जा मोबाइल में ट्रांसफर हो
जाती है चूँकि मोबाइल में भी क्वाइल लगी होती जो फोन के पीछे या बैटरी में उपयोग
की जाती है जिससे दोनों क्वाइल आपस में करंट पास करने लगती है और मोबाइल
फोन या वायरलेस चार्जिंग सपोर्टेड उपकरण चार्ज होने लगते हैं।
इम्पोर्टेन्ट फैक्ट्स अबाउट Qi चार्जिंग
Qi वायरलेस चार्जर भी काफी ट्रेंड में है यह वायरलेस चार्जर का एक
स्टैण्डर्ड है जो Apple एवं Samsung जैसी बड़ी कंपनियों ने इसका निर्माण किया है
यह वायरलेस चार्जर थोड़ी एडवांस टेक्नोलॉजी है इसमें आपके डिवाइस को पूरी तरह से
अटैच करके रखने की आवश्यकता नहीं है डिवाइस को लगभग 15mm की दुरी में भी रखकर
चार्ज किया जा सकता है।
वायरलेस चार्जिंग का इतिहास History Of Wireless Charging
वायरलेस चार्जर एक नई तकनीक नहीं है क्योंकि इसे 100 वर्ष पहले ही निकोला टेसला
ने इस तकनीक को बनाया था किन्तु उस वक्त टेक्नोलॉजी इतनी विकसित नहीं हुई थी
जिसकी वजह से यह उतना चलन में नहीं था किन्तु बाद में इसके बारे में और रिसर्च
किया गया और सबसे पहले इस तकनीक का उपयोग 10 साल पहले Palm कंपनी ने
किया।
वायरलेस चार्जिंग के निम्न फायदे हैं
- केवल एक केबल तार - वायरलेस चार्जिंग के साथ केवल एक केबल तार की आवश्यकता होती है जो इलेक्ट्रॉनिक सर्किट में प्लग की जाती है आपको कई मोबाइल डिवाइस के लिए बहुत सारे केबल की आवश्यकता नहीं होती है आप अपने सभी वायरलेस सपोर्टिंग मोबाइल उपकरणों के लिए एक ही चार्जिंग पैड का उपयोग कर सकते हैं।
- चार्ज करने में सुविधाजनक - वायरलेस चार्जर से मोबाइल डिवाइस चार्ज करना बहुत ही आसान हो जाता है केवल चार्जर पैड पर मोबाइल को उल्टा रख देने से यह चार्ज होना शुरू हो जाता है। इसके अलावा आप अपने डेस्क, बेडसाइड टेबल या अपनी कार में वायरलेस चार्जिंग के द्वारा अपनी मोबाइल डिवाइस को सुविधापूर्वक चार्ज कर सकते हैं |
- ऑटो ऑफ : ऑटो ऑफ का मतलब है जब आपका डिवाइस पूरी तरह से चार्ज हो जाने के पश्चात् वायरलेस चार्ज स्वयं ही बंद हो जाता है जिससे ऊर्जा की बचत होती है और बैटरी के गर्म होने की समस्या कम होती है।
वायरलेस चार्जिंग के फायदे के साथ-साथ इसके कुछ नुकसान भी हैं
- बैटरी चार्ज होने में अधिक समय लेना - वायरलेस चार्जिंग का सबसे बड़ा नुकसान यह है की बैटरी चार्ज होने में अधिक समय लगता है यह आपके डिवाइस को पूरी तरह से चार्ज करने में वायर्ड केबल की तुलना में 80% अधिक समय लेती है |
- इस चार्जिंग की कीमत अधिक होना - वायरलेस चार्जर एक नई तकनीक है वायर्ड केबल की तुलना में एवं यह चार्जर अभी भी इतनी विकसित नहीं हुई है और सभी डिवाइस में वायरलेस चार्जर सपोर्टेड नहीं है जिसकी वजह से यह अधिक महंगा है |
- चार्जिंग करते वक्त मोबाइल का उपयोग करने में असुविधा - वायरलेस चार्जिंग से डिवाइस चार्ज करते समय आप अपने फोन का उपयोग नहीं कर पाएंगे क्योंकि आपको चार्जिंग पैड और मोबाइल दोनों को हाथों में लेना पड़ेगा जो असुविधा हो सकती है अतः चार्ज होने के पश्चात् ही आप अपने डिवाइस का उपयोग कर सकते हैं।
वायरलेस चार्जिंग का भविष्य Future Of Wireless Charging
यह तकनीक अभी ज्यादा प्रचलित नहीं है लेकिन आने वाले समय में इसका
उपयोग काफी मात्रा में किया जायेगा।
वायरलेस चार्जिंग सपोर्टेड मोबाइल
वायरलेस चार्जिंग का सपोर्ट आपको महंगे मोबाइल फोन में ही देखने को मिलेंगे जैसे
एप्पल iphone में गूगल के पिक्सेल फोन्स और सैमसंग के फ्लैगशिप फोन्स
में।
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